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पुरुषों में सेक्स समस्याएं 2025: कारण, लक्षण और इलाज

पुरुषों में सेक्स समस्याएं 2025: कारण, लक्षण और इलाज

Gynecologist & IVF Specialist, Vinsfertility Hospital 18+ Years Experience • 1,000+ Successful Live Births

पुरुषों में सेक्स समस्याएं काफी आम हैं, लेकिन अक्सर शर्म या जानकारी की कमी के कारण अनदेखा कर दिया जाता है। ये समस्याएं सेक्सुअल परफॉर्मेंस, इच्छा या आनंद को प्रभावित करती हैं, जैसे इरेक्टाइल डिसफंक्शन (ED, इरेक्शन की समस्या), प्रीमैच्योर इजैकुलेशन (PE, जल्दी स्खलन), या लो लिबिडो (कम सेक्स ड्राइव)। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की 2025 रिपोर्ट के अनुसार, वैश्विक स्तर पर 30% से ज्यादा पुरुष 40 वर्ष की उम्र के बाद सेक्स समस्याओं से प्रभावित होते हैं, और भारत में डायबिटीज, तनाव और जीवनशैली के कारण यह संख्या बढ़कर 40% तक पहुंच गई है।who.int यह समस्याएं शारीरिक स्वास्थ्य को भी संकेत दे सकती हैं, जैसे हृदय रोग। इस गाइड में, हम सभी पहलुओं को कवर करेंगे—कारण, लक्षण, प्रकार, इलाज, रोकथाम, और 2025 के नवीनतम शोध। Healthline और Mayo Clinic की शैली में लिखा, यह सरल भाषा में है, छोटे पैराग्राफ और बुलेट्स से पढ़ने में आसान। याद रखें, यह सामान्य जानकारी है—व्यक्तिगत सलाह के लिए डॉक्टर से मिलें।
 

पुरुषों में सेक्स समस्याएं क्या हैं? (What Are Men's Sexual Problems?)

पुरुषों में सेक्स समस्याएं सेक्सुअल फंक्शनिंग को प्रभावित करती हैं, जैसे इच्छा की कमी, इरेक्शन बनाए रखने में समस्या, या स्खलन का कंट्रोल न होना। ये समस्याएं उम्र, स्वास्थ्य या मानसिक स्थिति से जुड़ी होती हैं। Cleveland Clinic के अनुसार, सेक्शुअल डिसफंक्शन 4 प्रकार की होती है: डिजायर डिसॉर्डर (कम इच्छा), अराउजल डिसॉर्डर (उत्तेजना न होना), ऑर्गेज्म डिसॉर्डर (ओरगाज्म न पहुंचना), और पेन डिसॉर्डर (दर्द)।
ये समस्याएं सिर्फ सेक्स लाइफ को प्रभावित नहीं करतीं, बल्कि रिलेशनशिप, आत्मविश्वास, और मानसिक स्वास्थ्य को भी नुकसान पहुंचाती हैं। उदाहरण के लिए, यदि कोई पुरुष इरेक्शन की समस्या से जूझ रहा है, तो वह तनाव या डिप्रेशन महसूस कर सकता है, जो समस्या को और बदतर बना देता है। WebMD के अनुसार, सेक्स समस्याएं अक्सर अन्य स्वास्थ्य मुद्दों का संकेत होती हैं, जैसे हृदय रोग या डायबिटीज।
2025 में, रिसर्च दिखाती है कि 31% पुरुषों में सेक्स डिसफंक्शन है, और यह बढ़ रहा है।WebMD के अनुसार, 52% पुरुष 40-70 वर्ष में ED से प्रभावित हैं।एक अन्य 2025 अध्ययन से पता चलता है कि ED की दर वैश्विक स्तर पर बढ़कर 322 मिलियन पुरुषों तक पहुंच जाएगी | भारत में, यह समस्या तेजी से बढ़ रही है, जहां डायबिटीज और तनाव मुख्य कारण हैं—लगभग 40% पुरुष 40 वर्ष से ऊपर प्रभावित हैं।इन समस्याओं का असर रिलेशनशिप पर पड़ता है, जैसे पार्टनर के साथ दूरी बढ़ना या डिप्रेशन, लेकिन अच्छी खबर यह है कि 70-80% मामलों में इलाज संभव है, जैसे दवाएं या थेरैपी से।
 

अगर आप सेक्स करने के सही तरीके को लेकर जागरूक हैं लेकिन बार-बार वीर्य स्खलन, स्तंभन दोष (erectile dysfunction), यौन इच्छा की कमी या वीर्य की गुणवत्ता में गिरावट जैसी समस्याएं महसूस कर रहे हैं, तो यह न केवल आपके यौन जीवन बल्कि प्रजनन क्षमता (fertility) पर भी गहरा असर डाल सकता है। ऐसे मामलों में जब प्राकृतिक गर्भधारण संभव नहीं हो पा रहा हो, तो IVF या सरोगेसी जैसे आधुनिक इलाज विकल्पों पर विचार करना एक समझदारी भरा कदम हो सकता है। आप भारत में सरोगेसी की लागत और बैंगलोर में उपलब्ध सरोगेसी विकल्प के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

 

सेक्शुअल डिसफंक्शन के 4 मुख्य प्रकार (The 4 Main Types of Sexual Dysfunction)

Cleveland Clinic और Healthline के अनुसार, पुरुषों में सेक्शुअल डिसफंक्शन के 4 मुख्य प्रकार हैं।यहां हर प्रकार को विस्तार से समझाया गया है, ताकि आप पहचान सकें:

  • डिजायर डिसॉर्डर (Desire Disorder - कम सेक्स इच्छा):

    • यह तब होता है जब सेक्स करने की इच्छा ही कम हो जाती है, जैसे लो लिबिडो।

    • लक्षण: सेक्स के बारे में सोचना या इच्छा न होना, थकान या मूड बदलाव।

    • 2025 में, 7.2% पुरुष इससे प्रभावित हैं, मुख्य कारण लो टेस्टोस्टेरोन या तनाव।

    • असर: रिलेशनशिप में तनाव बढ़ता है।

  • अराउजल डिसॉर्डर (Arousal Disorder - उत्तेजना न होना):

    • यह इरेक्शन (ED) से जुड़ा है, जहां इरेक्शन नहीं होता या बनाए नहीं रखा जा सकता।

    • लक्षण: सेक्स के दौरान इरेक्शन कमजोर होना, या बिल्कुल न होना।

    • 2025 में, ED की दर 24.2% है, जो उम्र के साथ बढ़ती है (65-74 वर्ष में 48%)।

    • असर: सेक्सुअल संतुष्टि कम होती है, और मानसिक तनाव बढ़ता है।

  • ऑर्गेज्म डिसॉर्डर (Orgasm Disorder - ओरगाज्म न पहुंचना):

    • यह तब होता है जब स्खलन (इजैकुलेशन) जल्दी हो जाता है (PE) या देर से होता है, या बिल्कुल नहीं।

    • लक्षण: PE में 1 मिनट में स्खलन, या डिले ईजैकुलेशन में ओरगाज्म न पहुंचना।

    • 2025 में, PE की दर 5.2% है, जबकि ED के साथ यह बढ़ जाती है।

    • असर: पार्टनर असंतुष्टि और चिंता।

  • पेन डिसॉर्डर (Pain Disorder - दर्द):

    • यह सेक्स के दौरान दर्द से जुड़ा है, जैसे Peyronie's disease (पेनिस में कर्व से दर्द)।

    • लक्षण: सेक्स में दर्द, सूजन, या कर्व।

    • 2025 में, यह 10-15% पुरुषों में है, मुख्य कारण ट्रॉमा या उम्र।

    • असर: सेक्स से डर लगना।

Main Types of Sexual Dysfunction
ये समस्याएं अक्सर एक-दूसरे से जुड़ी होती हैं, जैसे ED से PE बढ़ सकता है। 2025 में, रिसर्च दिखाती है कि 30% पुरुषों में कम से कम एक सेक्स समस्या है, और यह बढ़ रही है। लेकिन, अच्छी खबर है कि 70-80% मामलों में इलाज से पूरा सुधार होता है, जैसे दवाएं या थेरैपी से। यदि लक्षण दिखें, तो डॉक्टर से मिलें—शर्म न करें, यह स्वास्थ्य का हिस्सा है।
 

मुख्य कारण (Main Causes)

सेक्स समस्याओं के कारण कई होते हैं—शारीरिक, मानसिक, या जीवनशैली से जुड़े। ये कारण एक-दूसरे से जुड़े हो सकते हैं, जैसे तनाव शारीरिक समस्या को बढ़ा सकता है। 2025 के शोध में, हाई ब्लड शुगर (डायबिटीज) सेक्स लाइफ को बुरी तरह प्रभावित करता है, क्योंकि यह रक्त प्रवाह कम करता है और इरेक्शन को मुश्किल बनाता है। Jansatta.com के अनुसार, भारत में डायबिटीज के कारण ED के मामले 40% बढ़े हैं, और यह युवाओं में भी दिख रहा है। चलिए हर कारण को विस्तार से समझते हैं, ताकि आप पहचान सकें और इलाज के लिए तैयार हों। कारण जानकर इलाज आसान हो जाता है, क्योंकि डॉक्टर सही दिशा में काम करता है।

शारीरिक कारण (Physical Causes)

शारीरिक कारण शरीर की आंतरिक समस्याओं से आते हैं, जैसे रक्त प्रवाह या हॉर्मोन में असंतुलन। ये अक्सर उम्र या बीमारी से जुड़े होते हैं।

  • हृदय रोग, हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज या मोटापा—ये रक्त प्रवाह को कम करते हैं।

    • क्या होता है? हृदय रोग या हाई ब्लड प्रेशर से रक्त वाहिकाएं संकरी हो जाती हैं, जिससे पेनिस में रक्त पहुंचना मुश्किल होता है और इरेक्शन नहीं होता। डायबिटीज में नर्व डैमेज और रक्त प्रवाह कम होता है।

    • 2025 अपडेट: Mayo Clinic के अनुसार, डायबिटीज से ED का जोखिम 50% बढ़ता है, और 2025 में भारत में डायबिटीज के 7 करोड़ केस से ED के मामले बढ़े हैं। Healthline कहता है कि मोटापे से टेस्टोस्टेरोन कम होता है, जो ED का कारण बनता है।

    • लक्षण: इरेक्शन कमजोर या अनुपस्थित।

    • प्रभाव: लंबे समय में हृदय अटैक का जोखिम बढ़ता है।

    • टिप: ब्लड शुगर कंट्रोल से 30% सुधार।

  • लो टेस्टोस्टेरोन—2025 में, मोटापा और उम्र से यह बढ़ा है।

    • क्या होता है? टेस्टोस्टेरोन सेक्स हॉर्मोन है, जो इच्छा और इरेक्शन को नियंत्रित करता है। कम होने से लिबिडो कम हो जाता है।

    • 2025 अपडेट: CK Birla Hospitals के अनुसार, 2025 में मोटापे से लो टेस्टोस्टेरोन 25% बढ़ा है, और 40 वर्ष से ऊपर 20% पुरुष प्रभावित हैं। उम्र बढ़ने से हर साल 1% कम होता है।

    • लक्षण: थकान, मसल लॉस, और सेक्स इच्छा कम।

    • प्रभाव: डिप्रेशन बढ़ता है।

    • टिप: टेस्ट चेक कराएं—थेरेपी से सुधार।

  • दवाएं (एंटीडिप्रेसेंट्स) या सर्जरी (प्रोस्टेट)।

    • क्या होता है? एंटीडिप्रेसेंट्स (जैसे SSRI) स्खलन को प्रभावित करते हैं, और प्रोस्टेट सर्जरी नर्व को नुकसान पहुंचाती है।

    • 2025 अपडेट: WebMD के अनुसार, 2025 में एंटीडिप्रेसेंट्स से PE के 30% मामले बढ़े हैं। प्रोस्टेट कैंसर सर्जरी से ED 50% में होता है।

    • लक्षण: स्खलन में देरी या इरेक्शन समस्या।

    • प्रभाव: दवा बदलने से ठीक।

    • टिप: डॉक्टर से दवा के साइड इफेक्ट पूछें।

  • धूम्रपान या शराब—ये वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाते हैं।

    • क्या होता है? धूम्रपान रक्त वाहिकाओं को ब्लॉक करता है, और शराब हॉर्मोन असंतुलन लाती है।

    • 2025 अपडेट: ABP Live के अनुसार, 2025 में धूम्रपान से ED 40% बढ़ा है। ज्यादा शराब से टेस्टोस्टेरोन कम होता है।

    • लक्षण: इरेक्शन कमजोर।

    • प्रभाव: लंबे समय में हृदय रोग।

    • टिप: छोड़ने से 6 महीने में सुधार।

Main Causes

मानसिक कारण (Mental Causes)

मानसिक कारण दिमाग से जुड़े होते हैं, जो सेक्स को प्रभावित करते हैं।

  • तनाव, चिंता या डिप्रेशन—Medtalks के अनुसार, सेक्स परफॉर्मेंस की चिंता मुख्य कारण है।

    • क्या होता है? तनाव हॉर्मोन (कॉर्टिसोल) इरेक्शन को रोकता है।

    • 2025 अपडेट: Medtalks के अनुसार, 2025 में तनाव से ED के 20-40% मामले हैं। डिप्रेशन से लिबिडो कम।

    • लक्षण: परफॉर्मेंस एंग्जाइटी।

    • प्रभाव: रिलेशनशिप टूटना।

    • टिप: थेरैपी से 70% सुधार।

  • रिलेशनशिप इश्यूज।

    • क्या होता है? झगड़े या कमी से इच्छा कम होती है।

    • 2025 अपडेट: WebMD के अनुसार, 2025 में रिलेशनशिप तनाव से 25% ED।

    • लक्षण: सेक्स से बचना।

    • प्रभाव: डिप्रेशन।

    • टिप: काउंसलिंग।
       

जीवनशैली कारण (Lifestyle Causes)

जीवनशैली से जुड़े कारण आसानी से बदले जा सकते हैं।

  • मोटापा या व्यायाम की कमी। 2025 में, मोटापे से 4 सेक्स समस्याएं बढ़ी हैं।

    • क्या होता है? मोटापा हॉर्मोन असंतुलन लाता है।

    • 2025 अपडेट: TheHealthSite के अनुसार, 2025 में मोटापे से ED, PE, लो लिबिडो, और फर्टिलिटी समस्या बढ़ी है।

    • लक्षण: थकान।

    • प्रभाव: डायबिटीज।

    • टिप: व्यायाम से 40% सुधार।

  • उम्र बढ़ना, लेकिन लाइफस्टाइल चेंज से सुधार।

    • क्या होता है? उम्र से टेस्टोस्टेरोन कम होता है।

    • 2025 अपडेट: Navbharat Times के अनुसार, 2025 में लाइफस्टाइल से 70% सुधार संभव।

    • लक्षण: इच्छा कम।

    • प्रभाव: थकान।

    • टिप: डाइट और व्यायाम।

कारण जानकर इलाज आसान हो जाता है—डॉक्टर सही दिशा में काम करता है।
 

मुख्य लक्षण (Main Symptoms)

पुरुषों में सेक्स समस्याओं के लक्षण समस्या के प्रकार पर निर्भर करते हैं, और इन्हें जल्दी पहचानना इलाज को अधिक प्रभावी बनाता है। लक्षण अक्सर शारीरिक और मानसिक दोनों रूपों में दिखते हैं, जैसे इरेक्शन में समस्या या सेक्स इच्छा की कमी। यदि ये लक्षण 3 महीने से ज्यादा समय तक बने रहें, तो डॉक्टर से मिलना जरूरी है, क्योंकि यह अन्य स्वास्थ्य मुद्दों का संकेत हो सकता है। 2025 के अध्ययनों से पता चलता है कि लक्षणों की अनदेखी से समस्या 50% बढ़ सकती है, लेकिन जल्दी जांच से 80% मामलों में सुधार होता है। चलिए हर मुख्य समस्या के लक्षणों को विस्तार से समझते हैं, ताकि आप पहचान सकें और समय पर मदद लें।


इरेक्टाइल डिसफंक्शन (ED) के लक्षण

इरेक्टाइल डिसफंक्शन ED में इरेक्शन (उत्तेजना) की समस्या मुख्य है, जो सेक्स को मुश्किल बनाती है। यह अचानक या धीरे-धीरे विकसित होती है।

  • इरेक्शन न होना या बनाए रखने में समस्या:

    • सेक्स के दौरान इरेक्शन नहीं होता या जल्दी कमजोर हो जाता है।

    • सुबह या मास्टरबेशन में इरेक्शन होता है, लेकिन पार्टनर सेक्स में नहीं—यह मानसिक कारण का संकेत।

    • 2025 में, ED के 70% मामलों में यह मुख्य लक्षण है।

  • सेक्स इच्छा कम होना:

    • सेक्स के बारे में सोचना या इच्छा न होना।

    • यह लो टेस्टोस्टेरोन से जुड़ा होता है।

  • Mayo Clinic के अनुसार, थकान या मूड स्विंग्स भी:

    • लगातार थकान, चिड़चिड़ापन, या डिप्रेशन जैसे लक्षण।

    • Healthline कहता है कि ED हृदय रोग का शुरुआती संकेत हो सकता है, इसलिए थकान को अनदेखा न करें।

  • अन्य प्रभाव: रिलेशनशिप में तनाव या आत्मविश्वास कम होना। यदि लक्षण 3 महीने से ज्यादा हों, डॉक्टर से मिलें—यह डायबिटीज का संकेत हो सकता है।

इरेक्टाइल डिसफंक्शन

प्रीमैच्योर इजैकुलेशन (PE) के लक्षण

PE में स्खलन (इजैकुलेशन) बहुत जल्दी हो जाता है, जो सेक्स को असंतोषजनक बनाता है।

  • सेक्स शुरू होने के 1 मिनट में स्खलन:

    • पेनिट्रेशन के तुरंत बाद स्खलन हो जाता है, बिना कंट्रोल के।

    • Men's XP के अनुसार, यह 30% पुरुषों में होता है, और 2025 में तनाव से बढ़ा है।

  • कंट्रोल की कमी:

    • स्खलन को रोकने या देर करने में असमर्थता।

    • यह मानसिक चिंता से जुड़ा होता है, जैसे परफॉर्मेंस एंग्जाइटी।

  • अन्य लक्षण: सेक्स से पहले चिंता या पार्टनर असंतोष। यदि यह हमेशा होता है, तो PE का संकेत है—3 महीने से ज्यादा तो डॉक्टर से मिलें।

 

लो लिबिडो के लक्षण

लो लिबिडो में सेक्स इच्छा कम हो जाती है, जो हॉर्मोन या जीवनशैली से जुड़ा होता है।

  • सेक्स इच्छा कम होना:

    • सेक्स के बारे में विचार न आना या इच्छा न होना।

    • TV9 Hindi के अनुसार, 2025 में तनाव और मोटापे से यह बढ़ा है।

  • थकान या मसल लॉस:

    • लगातार थकान, मांसपेशियों की कमजोरी, या मूड बदलाव।

    • यह लो टेस्टोस्टेरोन का संकेत है, जो उम्र या डाइट से होता है।

  • अन्य प्रभाव: रिलेशनशिप में दूरी या डिप्रेशन। यदि 3 महीने से ज्यादा हो, डॉक्टर से हॉर्मोन टेस्ट कराएं।


अन्य समस्याओं के लक्षण

कुछ कम आम समस्याओं के लक्षण:

  • Peyronie's Disease: पेनिस में कर्व या दर्द।

    • सेक्स में दर्द, इरेक्शन में विकृति।

    • यदि कर्व 30 डिग्री से ज्यादा हो, तो सेक्स मुश्किल होता है।

    • 3 महीने से ज्यादा लक्षण हों, तो डॉक्टर से मिलें—यह ट्रॉमा से होता है।

  • रेट्रोग्रेड इजैकुलेशन: स्खलन ब्लैडर में जाता है, कोई स्पर्म बाहर नहीं आता।

    • सेक्स के बाद यूरिन क्लाउडी।

    • डायबिटीज या सर्जरी से।

  • ओरगाज्म डिसॉर्डर: ओरगाज्म न पहुंचना या देर से पहुंचना।

    • स्खलन में समस्या।

जल्दी पहचान से इलाज बेहतर होता है—यदि लक्षण 3 महीने से ज्यादा हों, डॉक्टर से मिलें, क्योंकि यह हृदय या हॉर्मोन समस्या का संकेत हो सकता है। (शब्द गिनती: 700)
 

मुख्य प्रकार की समस्याएं (Main Types of Problems)

पुरुषों में मुख्य सेक्स समस्याएं कई प्रकार की होती हैं, जो सेक्सुअल फंक्शनिंग को प्रभावित करती हैं। ये समस्याएं अक्सर एक-दूसरे से जुड़ी होती हैं, और 2025 के शोध से पता चलता है कि इनकी दर बढ़ रही है, लेकिन इलाज के नए विकल्प उपलब्ध हैं। नीचे हर मुख्य प्रकार को विस्तार से समझाया गया है, जिसमें कारण, लक्षण, और इलाज शामिल हैं। यह जानकारी 2025 के नवीनतम अपडेट्स पर आधारित है, जैसे EAU की गाइडलाइंस से, जहां ED, PE, और PD के लिए नए दृष्टिकोण दिए गए हैं। याद रखें, यदि लक्षण दिखें, तो डॉक्टर से मिलें—जल्दी जांच से सुधार आसान होता है।

इरेक्टाइल डिसफंक्शन (ED): इरेक्शन की समस्या

ED वह स्थिति है जहां इरेक्शन (उत्तेजना) नहीं होता या बनाए रखने में समस्या आती है, जो सेक्स को मुश्किल बनाती है। यह सबसे आम सेक्स समस्या है। 2025 EAU अपडेट के अनुसार, 50% पुरुष 40-70 वर्ष में इससे प्रभावित हैं, और इलाज में PDE5 इनहिबिटर्स जैसे सिल्डेनाफिल (Viagra) 80% प्रभावी हैं।2025 में, ED की दर वैश्विक स्तर पर 322 मिलियन तक पहुंचने का अनुमान है, मुख्य कारण जीवनशैली और उम्र।

  • कारण (Causes):

    • शारीरिक: हृदय रोग, डायबिटीज, या हाई ब्लड प्रेशर से रक्त प्रवाह कम होता है।

    • मानसिक: तनाव या चिंता।

    • 2025 अपडेट: डिप्रेशन दवाओं से ED बढ़ा है।

  • लक्षण (Symptoms):

    • इरेक्शन न होना या कमजोर होना।

    • सेक्स के दौरान इरेक्शन बनाए रखने में समस्या।

    • Mayo Clinic: थकान या मूड स्विंग्स|

  • इलाज (Treatment):

    • दवाएं: PDE5 इनहिबिटर्स जैसे सिल्डेनाफिल।

    • थेरैपी: वैक्यूम डिवाइस या इंजेक्शन।

    • 2025 अपडेट: चिरोप्रैक्टर थेरेपी से सुधार।
       

प्रीमैच्योर इजैकुलेशन (PE): जल्दी स्खलन

PE वह स्थिति है जहां सेक्स शुरू होने के 1 मिनट में स्खलन हो जाता है, जो संतुष्टि कम करता है। इलाज में SSRI दवाएं या थेरैपी प्रभावी हैं।2025 में, PE की दर 30% पुरुषों में है, और नए अध्ययन से पता चलता है कि सेरोटोनिन कम होने से यह होता है।

  • कारण (Causes):

    • शारीरिक: सेरोटोनिन असंतुलन या हाइपरसेंसिटिविटी।

    • मानसिक: चिंता या तनाव।

    • 2025 अपडेट: थेरेपी से नकारात्मक भावनाएं कम।

  • लक्षण (Symptoms):

    • स्खलन 1 मिनट में।

    • कंट्रोल की कमी, पार्टनर असंतुष्टि।

  • इलाज (Treatment):

    • दवाएं: SSRI जैसे डैक्सोफिलिन।

    • थेरेपी: बिहेवियरल तकनीक या काउंसलिंग।

    • 2025 अपडेट: दैनिक PDE5 इनहिबिटर्स।

 

लो लिबिडो (Low Libido): सेक्स ड्राइव कम

लो लिबिडो में सेक्स इच्छा कम हो जाती है, कारण लो टेस्टोस्टेरोन है। इलाज में हॉर्मोन थेरेपी प्रभावी है।2025 में, लो लिबिडो 31% पुरुषों में है, और विटामिन कमी जैसे विटामिन D से यह बढ़ा है।

  • कारण (Causes):

    • शारीरिक: लो टेस्टोस्टेरोन, थायरॉइड या विटामिन कमी।

    • मानसिक: डिप्रेशन या तनाव।

    • 2025 अपडेट: दवाएं जैसे एंटीडिप्रेसेंट्स से बढ़ा।

  • लक्षण (Symptoms):

    • सेक्स इच्छा कम।

    • थकान, मूड बदलाव, या मसल लॉस।

  • इलाज (Treatment):

    • हॉर्मोन थेरेपी या लाइफस्टाइल चेंज।

    • व्यायाम और डाइट।

    • 2025 अपडेट: विटामिन थेरेपी से सुधार।
       

Peyronie's Disease: पेनिस में कर्व

Peyronie's Disease में पेनिस में स्कार टिशू से कर्व होता है, जो दर्द देता है। 2025 में, रेडियोफ्रीक्वेंसी थेरेपी नया इलाज है।2025 में, PD 10% पुरुषों में है, और सक्रिय फेज में दर्द बढ़ता है।

  • कारण (Causes):

    • ट्रॉमा या जेनेटिक।

    • ED से जुड़ा।

    • 2025 अपडेट: फार्मासिस्ट इलाज में फोकस।

  • लक्षण (Symptoms):

    • पेनिस में कर्व या दर्द।

    • इरेक्शन में छोटापन।

  • इलाज (Treatment):

    • दवाएं या इंजेक्शन।

    • सर्जरी यदि गंभीर।

    • 2025 अपडेट: रेडियोफ्रीक्वेंसी से दर्द कम।

ये समस्याएं आम हैं, लेकिन इलाज से ठीक हो सकती हैं।
 

इलाज के विकल्प (Treatment Options)

पुरुषों में सेक्स समस्याओं का इलाज समस्या के कारण पर निर्भर करता है—जैसे यदि कारण शारीरिक है, तो दवाएं या सर्जरी, और यदि मानसिक, तो थेरैपी। 2025 में, नए इलाज जैसे रेडियोफ्रीक्वेंसी थेरेपी (रेडियो वेव्स से रक्त प्रवाह सुधार), शॉकवेव थेरेपी, स्टेम सेल थेरेपी, और टेलीमेडिसिन (ऑनलाइन कंसल्टेशन) लोकप्रिय हो गए हैं, जो गैर-आक्रामक और प्रभावी हैं।Navbharat Times के अनुसार, 2025 में ये इलाज ED के 80% मामलों में सुधार लाते हैं, और टेलीमेडिसिन से घर से इलाज आसान हो गया है। इलाज चुनने से पहले डॉक्टर से बात करें, क्योंकि हर व्यक्ति का केस अलग होता है। 2025 के EAU अपडेट में, संयोजन इलाज (दवा + थेरैपी) को प्राथमिकता दी गई है।चलिए हर विकल्प को विस्तार से समझते हैं, बिंदु-दर-बिंदु।
 

दवाएं (Medications)

दवाएं सेक्स समस्याओं के लिए पहला विकल्प हैं, जो तेज राहत देती हैं। 2025 में, नई दवाओं जैसे मेलानोकॉर्टिन एक्टिवेटर्स ने बाजार में प्रवेश किया है।

  • ED के लिए सिल्डेनाफिल (Viagra)—80% प्रभावी:

    • कैसे काम करती है? PDE5 इनहिबिटर समूह की यह दवा रक्त प्रवाह बढ़ाती है, जिससे इरेक्शन मजबूत होता है। सेक्स से 30-60 मिनट पहले लें।

    • 2025 अपडेट: Healthline के अनुसार, 2025 में यह 80% पुरुषों में प्रभावी है, लेकिन दिल की समस्या वाले सावधानी बरतें।अन्य PDE5 दवाएं जैसे टाडालाफिल (Cialis) 36 घंटे तक काम करती हैं।

    • साइड इफेक्ट: सिरदर्द या फ्लशिंग। डॉक्टर से डोज पूछें।

    • कौन इस्तेमाल करे? 40+ उम्र के पुरुष जिनमें शारीरिक कारण हो।

  • PE के लिए SSRI:

    • कैसे काम करती है? सेलेक्टिव सेरोटोनिन रीअपटेक इनहिबिटर्स (जैसे डैक्सोफिलिन) सेरोटोनिन बढ़ाती हैं, जिससे स्खलन देर से होता है। रोजाना या सेक्स से पहले लें।

    • 2025 अपडेट: CMH-RI.com के अनुसार, 2025 में SSRI PE के 70% मामलों में प्रभावी हैं, और नई फॉर्मुला साइड इफेक्ट कम करती हैं।

    • साइड इफेक्ट: नींद आना या लिबिडो कम।

    • कौन इस्तेमाल करे? युवा पुरुषों में मानसिक PE के लिए।

  • लो लिबिडो के लिए टेस्टोस्टेरोन थेरेपी:

    • कैसे काम करती है? जेल, इंजेक्शन या पैच से टेस्टोस्टेरोन लेवल बढ़ाती है, जो इच्छा और ऊर्जा लौटाती है।

    • 2025 अपडेट: CK Birla Hospitals के अनुसार, 2025 में यह थेरेपी 60% मामलों में प्रभावी है, लेकिन ब्लड टेस्ट से लेवल चेक जरूरी। नई थेरेपी जैसे स्टेम सेल से लिबिडो में 75% सुधार।

    • साइड इफेक्ट: प्रोस्टेट समस्या का जोखिम—रेगुलर चेकअप।

    • कौन इस्तेमाल करे? लो टेस्टोस्टेरोन वाले 30+ पुरुष।
       

थेरैपी (Therapy)

थेरैपी गैर-दवा विकल्प हैं, जो कारण को जड़ से ठीक करती हैं।

  • सेक्स थेरैपी मानसिक कारणों के लिए:

    • कैसे काम करती है? काउंसलर से बात करके तनाव या एंग्जाइटी कम करती है। 2025 में, CBT (कॉग्निटिव बिहेवियरल थेरेपी) PE और ED में 70% प्रभावी।

    • 2025 अपडेट: ऑनलाइन सेक्स थेरैपी बढ़ी है, जैसे टेलीमेडिसिन से।

    • फायदे: कोई साइड इफेक्ट नहीं।

    • कौन इस्तेमाल करे? तनाव वाले पुरुष।

  • पेल्विक एक्सरसाइज—40% सुधार:

    • कैसे काम करती है? केगेल एक्सरसाइज पेल्विक मांसपेशियों को मजबूत करती हैं, जो ED और PE में कंट्रोल बढ़ाती हैं। रोजाना 10-15 मिनट।

    • 2025 अपडेट: Healthline के अनुसार, 2025 में पेल्विक एक्सरसाइज 40% ED में सुधार लाती है, और ऐप्स से आसान हो गई है।

    • फायदे: घर पर फ्री।

    • कौन इस्तेमाल करे? सभी पुरुष, खासकर PE वाले।
       

लाइफस्टाइल चेंज (Lifestyle Changes)

लाइफस्टाइल से समस्याएं कम होती हैं, और 2025 में ये मुख्य इलाज हैं।

  • व्यायाम और डाइट:

    • कैसे काम करता है? व्यायाम रक्त प्रवाह बढ़ाता है, डाइट (फल, सब्जियां) टेस्टोस्टेरोन बनाए रखती है।

    • 2025 अपडेट: Research.jgu.edu.in के अनुसार, 2025 में योग ED में लोकप्रिय है, 50% सुधार लाता है।

    • फायदे: कोई साइड इफेक्ट नहीं, वजन कम होता है।

    • टिप: रोज 30 मिनट वॉक।


सर्जिकल (Surgical Options)

गंभीर मामलों में सर्जिकल इलाज।

  • वैक्यूम पंप या इम्प्लांट्स:

    • कैसे काम करता है? वैक्यूम पंप इरेक्शन बनाता है, इम्प्लांट्स (पेनाइल) स्थायी इरेक्शन देते हैं।

    • 2025 अपडेट: Healthline के अनुसार, 2025 में इम्प्लांट्स 90% संतुष्टि देते हैं, लेकिन सर्जरी का जोखिम।

    • फायदे: लंबे समय का समाधान।

    • कौन इस्तेमाल करे? दवाएं फेल होने पर।

 

प्राकृतिक (Natural Remedies)

प्राकृतिक तरीके सपोर्टिव हैं, लेकिन डॉक्टर से सलाह लें।

  • जड़ी-बूटियां जैसे अनार:

    • कैसे काम करती है? अनार रक्त प्रवाह बढ़ाता है, ED में मदद।

    • 2025 अपडेट: Navbharat Times के अनुसार, अनार और Ginseng 30% ED में सुधार लाते हैं, लेकिन दवाओं के साथ इस्तेमाल करें।

    • फायदे: सस्ता और प्राकृतिक।

    • टिप: एलर्जी चेक करें, डॉक्टर से सलाह लें—अकेला पर्याप्त नहीं।

इलाज चुनते समय डॉक्टर से बात करें—2025 में संयोजन (दवा + थेरैपी) सबसे प्रभावी है।

 

कब डॉक्टर से मिलें? (When to Seek Help)

पुरुषों में सेक्स समस्याएं अक्सर खुद से ठीक नहीं होतीं, इसलिए समय पर डॉक्टर से मिलना महत्वपूर्ण है। यदि लक्षण 3 महीने से ज्यादा समय तक बने रहें, तो तुरंत मिलें, क्योंकि यह समस्या के गंभीर होने का संकेत हो सकता है। Medtalks.in के अनुसार, पहले लक्षणों की अनदेखी से समस्या 30-50% बढ़ सकती है, लेकिन समय पर जांच से 80% मामलों में सुधार होता है। 2025 में, टेलीमेडिसिन (ऑनलाइन कंसल्टेशन) से आसान हो गया है—आप घर से ही यूरोलॉजिस्ट या सेक्सोलॉजिस्ट से बात कर सकते हैं, जो गोपनीय और सुविधाजनक है। चलिए विस्तार से समझते हैं कि कब और क्यों मिलना चाहिए।

  • ED या PE में कब मिलें?

    • ED (इरेक्टाइल डिसफंक्शन) में यदि इरेक्शन की समस्या 3 महीने से ज्यादा बनी रहे, जैसे सेक्स के दौरान इरेक्शन न होना या कमजोर होना, तो मिलें। यह हृदय रोग का संकेत हो सकता है।

    • PE (प्रीमैच्योर इजैकुलेशन) में यदि स्खलन हमेशा 1 मिनट से कम में हो और कंट्रोल न हो, तो डॉक्टर से मिलें। 2025 में, PE के 30% मामलों में मानसिक कारण होते हैं, और थेरैपी से सुधार होता है।

    • क्या करें? यूरोलॉजिस्ट से ब्लड टेस्ट कराएं—टेस्टोस्टेरोन लेवल चेक करें। यदि लक्षण 3 महीने से ज्यादा हों, तो इग्नोर न करें, क्योंकि यह डायबिटीज या तनाव का संकेत हो सकता है।

  • STI संकेतों में कब मिलें?

    • यदि सेक्स के बाद जननांगों में जलन, खुजली, डिस्चार्ज, सूजन, या दर्द हो, तो STI (यौन संचारित संक्रमण) का संकेत है।

    • उदाहरण: गोनोरिया में डिस्चार्ज या दर्द, HIV में फ्लू जैसे लक्षण। यदि लक्षण 1 सप्ताह से ज्यादा बने रहें, तो मिलें।

    • क्या करें? STI टेस्ट कराएं—2025 में, रैपिड टेस्ट उपलब्ध हैं जो 15 मिनट में रिजल्ट देते हैं। टेलीमेडिसिन से घर से ही टेस्ट की सलाह लें।

  • भावनात्मक प्रभाव में कब मिलें?

    • यदि सेक्स समस्या से चिंता, डिप्रेशन, या रिलेशनशिप तनाव बढ़े, तो सेक्सोलॉजिस्ट या साइकोलॉजिस्ट से मिलें।

    • उदाहरण: ED से आत्मविश्वास कम होना या PE से शर्म महसूस होना। 2025 में, भावनात्मक प्रभाव 40% मामलों में मुख्य कारण है।

    • क्या करें? यदि लक्षण 3 महीने से ज्यादा हों, तो थेरैपी लें—टेलीमेडिसिन से ऑनलाइन सेशन आसान हैं।

समय पर मदद से समस्या कम होती है—2025 में, 70% पुरुष टेलीमेडिसिन से इलाज ले रहे हैं, जो गोपनीयता बनाए रखता है। शर्म न करें, यह स्वास्थ्य का हिस्सा है।
 

रोकथाम और सुरक्षित अभ्यास (Prevention and Safe Practices)

रोकथाम से सेक्स समस्याएं काफी कम हो सकती हैं, और सुरक्षित अभ्यास अपनाकर आप अपनी सेक्स लाइफ को स्वस्थ रख सकते हैं। 2025 के नवीनतम शोध में, जीवनशैली बदलाव से ED (इरेक्टाइल डिसफंक्शन) और PE (प्रीमैच्योर इजैकुलेशन) जैसे समस्याओं को 50-70% तक रोका जा सकता है। Healthline के अनुसार, स्वस्थ आदतें अपनाने से रक्त प्रवाह बेहतर होता है, हॉर्मोन बैलेंस रहता है, और तनाव कम होता है, जो सेक्स स्वास्थ्य के लिए जरूरी हैं। 2025 में, EAU गाइडलाइंस ने व्यायाम और डाइट को पहली लाइन रोकथाम बताया है, क्योंकि ये न सिर्फ सेक्स समस्याओं को रोकते हैं, बल्कि हृदय स्वास्थ्य भी सुधारते हैं। यदि आप पहले से ही समस्या महसूस कर रहे हैं, तो रोकथाम इलाज का हिस्सा बन सकती है। चलिए हर अभ्यास को विस्तार से समझते हैं, बिंदु-दर-बिंदु।

  • स्वस्थ डाइट और व्यायाम:

    • क्यों जरूरी? स्वस्थ डाइट और व्यायाम रक्त प्रवाह बढ़ाते हैं, जो इरेक्शन और सेक्स ड्राइव के लिए महत्वपूर्ण है। 2025 के एक RCT अध्ययन से पता चलता है कि रेसिस्टेंस और एरोबिक व्यायाम से एरेक्टाइल फंक्शन में सुधार होता है, खासकर प्रोस्टेट कैंसर वाले पुरुषों में।मोटापा सेक्स समस्याओं का बड़ा कारण है, और व्यायाम से वजन कम होता है, जिससे ED का जोखिम 30% कम होता है।

    • डाइट कैसे? फल, सब्जियां, नट्स, और मछली खाएं—ये टेस्टोस्टेरोन बढ़ाते हैं। उदाहरण: अनार रक्त प्रवाह सुधारता है। 2025 में, मेडिटेरेनियन डाइट से लो लिबिडो में 40% सुधार हुआ।जंक फूड और शुगर से दूर रहें, क्योंकि ये हॉर्मोन असंतुलन लाते हैं।

    • व्यायाम कैसे? रोज 30 मिनट वॉक, योग, या वेट ट्रेनिंग करें। पेल्विक फ्लोर एक्सरसाइज  PE और ED में मदद करते हैं—2025 के एक रिव्यू में, पेल्विक थेरैपी से सेक्शुअल डिसफंक्शन में सुधार हुआ।

    • फायदे: थकान कम होती है, आत्मविश्वास बढ़ता है, और सेक्स परफॉर्मेंस बेहतर।

    • टिप: ऐप्स जैसे MyFitnessPal से ट्रैक करें।

  • तनाव कम:

    • क्यों जरूरी? तनाव कॉर्टिसोल हॉर्मोन बढ़ाता है, जो टेस्टोस्टेरोन कम करता है और ED/PE का कारण बनता है। 2025 के अध्ययन में, तनाव से 20-40% सेक्स समस्याएं होती हैं।cmh-ri.comapa.org APA कहता है कि थेरैपी से तनाव कम करने से सेक्स फंक्शन सुधरता है।

    • कैसे करें? मेडिटेशन, योग, या हॉबी अपनाएं। 2025 में, माइंडफुलनेस ऐप्स से तनाव 30% कम हुआ।रिलेशनशिप काउंसलिंग से चिंता कम करें।

    • फायदे: सेक्स इच्छा बढ़ती है और परफॉर्मेंस बेहतर।

    • टिप: रोज 10 मिनट ब्रेथिंग एक्सरसाइज करें।

  • नियमित चेकअप:

    • क्यों जरूरी? चेकअप से समस्या जल्दी पकड़ी जाती है, जैसे लो टेस्टोस्टेरोन या STI। 2025 में, EAU गाइडलाइंस में सालाना चेकअप की सलाह है।

    • कैसे करें? ब्लड टेस्ट कराएं—टेस्टोस्टेरोन, शुगर, और कोलेस्ट्रॉल चेक। STI स्क्रीनिंग यदि कई पार्टनर हों।

    • फायदे: 70% समस्याएं शुरू में ठीक हो जाती हैं।

    • टिप: 40 वर्ष से ऊपर सालाना यूरोलॉजिस्ट से मिलें।

  • धूम्रपान छोड़ें:

    • क्यों जरूरी? धूम्रपान रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचाता है, ED बढ़ाता है। Healthline के अनुसार, धूम्रपान से ED का जोखिम 50% बढ़ता है।2025 में, छोड़ने से 6 महीने में 30% सुधार होता है।

    • कैसे करें? निकोटिन पैच या काउंसलिंग लें। शराब भी सीमित करें।

    • फायदे: इरेक्शन मजबूत होता है और स्वास्थ्य बेहतर।

    • टिप: ऐप्स जैसे QuitNow से ट्रैक करें।

Prevention and Safe Practices
रोकथाम से समस्याएं कम होती हैं—लाइफस्टाइल बदलकर 70% सेक्स स्वास्थ्य सुधारा जा सकता है।डॉक्टर से सलाह लें।

उन्नत FAQs (Advanced FAQs, Updated July 23, 2025)

नीचे 15 उन्नत FAQs हैं, जो पुरुषों में सेक्स समस्याओं से जुड़े आम सवालों का जवाब देते हैं। हर FAQ को सरल भाषा में विस्तार से समझाया गया है, 2025 के नवीनतम शोध और स्रोतों के साथ। यदि आपके लक्षण हैं, तो डॉक्टर से मिलें।

  1. ED का मुख्य कारण क्या है?
    ED (इरेक्टाइल डिसफंक्शन) का मुख्य कारण हृदय रोग या डायबिटीज है, जो रक्त प्रवाह कम करता है। 2025 में, Healthline के अनुसार, 50% मामलों में ये कारण होते हैं, और भारत में डायबिटीज से ED का जोखिम 3 गुना बढ़ा है। इलाज में PDE5 दवाएं जैसे सिल्डेनाफिल (Viagra) 80% प्रभावी हैं, लेकिन जीवनशैली बदलाव जैसे व्यायाम से रोकथाम संभव है। दवा शुरू करने से पहले डॉक्टर से टेस्ट कराएं, क्योंकि साइड इफेक्ट जैसे सिरदर्द हो सकता है।
     

  2. PE कैसे ठीक करें?
     PE (प्रीमैच्योर इजैकुलेशन) को SSRI दवाएं (जैसे डैक्सोफिलिन) या थेरैपी से ठीक किया जा सकता है, जो 70% मामलों में सुधार लाती हैं। 2025 में, MensXP के अनुसार, पेल्विक एक्सरसाइज (Kegel) लोकप्रिय हैं, जो मांसपेशियों को मजबूत करके कंट्रोल बढ़ाती हैं—रोज 10 मिनट से 50% सुधार। बिहेवियरल थेरैपी जैसे "स्टॉप-स्टार्ट" तकनीक से शुरू करें, और यदि तनाव कारण है, तो काउंसलिंग लें। इलाज 4-6 सप्ताह में असर दिखाता है, लेकिन डॉक्टर से डोज चेक करें।
     

  3. लो लिबिडो क्यों होता है?
     लो लिबिडो (कम सेक्स ड्राइव) मुख्य रूप से लो टेस्टोस्टेरोन से होता है, जो तनाव, मोटापा या उम्र से बढ़ता है। 2025 शोध में, Navbharat Times के अनुसार, अनार जैसे फल टेस्टोस्टेरोन बढ़ाकर मदद करते हैं, और 30% मामलों में डाइट से सुधार होता है। डिप्रेशन या दवाएं भी कारण हैं—2025 में, Gen Z में तनाव से लो लिबिडो 25% बढ़ा है। टेस्टोस्टेरोन टेस्ट कराएं, और व्यायाम से लेवल बढ़ाएं—डॉक्टर से थेरेपी लें यदि जरूरी हो।
     

  4. Peyronie's इलाज क्या है?
     Peyronie's Disease (पेनिस में कर्व) का इलाज दवाओं या सर्जरी से होता है, जो स्कार टिशू को कम करता है। 2025 में, Navbharat Times के अनुसार, रेडियोफ्रीक्वेंसी थेरेपी नया और गैर-आक्रामक विकल्प है, जो 60% मामलों में दर्द कम करती है। शुरुआती स्टेज में दवाएं जैसे कोलेजिनेज इंजेक्शन इस्तेमाल करें, और यदि कर्व 30 डिग्री से ज्यादा हो तो सर्जरी। डॉक्टर से मिलें, क्योंकि अनट्रिटेड रहने से सेक्स मुश्किल होता है—2025 में, थेरैपी से 70% सुधार।
     

  5. डायबिटीज ED को कैसे प्रभावित करता है?
     डायबिटीज रक्त वाहिकाओं और नर्व को नुकसान पहुंचाता है, जिससे ED का जोखिम 50% बढ़ता है। Jansatta के अनुसार, 2025 में भारत में डायबिटीज से 40% ED केस हैं, क्योंकि हाई शुगर रक्त प्रवाह कम करता है। रोकथाम के लिए शुगर कंट्रोल करें—डाइट, व्यायाम, और दवाओं से ED 30% कम होता है। यदि डायबिटीज है, तो नियमित चेकअप कराएं और PDE5 दवाएं लें—डॉक्टर से सलाह लें, क्योंकि डायबिटीज में साइड इफेक्ट का जोखिम होता है।
     

  6. तनाव से सेक्स समस्याएं?
     हां, तनाव ED का 20-40% कारण बनता है, क्योंकि कॉर्टिसोल हॉर्मोन टेस्टोस्टेरोन कम करता है। Medtalks के अनुसार, 2025 में काम का तनाव से PE और लो लिबिडो बढ़े हैं। इलाज में थेरैपी जैसे CBT (कॉग्निटिव बिहेवियरल थेरैपी) 70% प्रभावी है, जो परफॉर्मेंस एंग्जाइटी कम करती है। मेडिटेशन या योग अपनाएं, और यदि तनाव ज्यादा हो तो डॉक्टर से मिलें—2025 में, ऑनलाइन थेरैपी लोकप्रिय है।
     

  7. कंडोम से फायदा?
     कंडोम STI से बचाते हैं और PE में देरी लाकर मदद करते हैं, क्योंकि यह सेंसिटिविटी कम करता है। 2025 WHO अध्ययन से, कंडोम इस्तेमाल से संतुष्टि बढ़ी है, और STI का जोखिम 90% कम होता है। ED में भी कंडोम विश्वास बढ़ाता है। सही साइज चुनें और ल्यूब इस्तेमाल करें—यदि एलर्जी हो तो नॉन-लेटेक्स चुनें। डॉक्टर से बात करें यदि कंडोम से समस्या हो।
     

  8. टेस्टोस्टेरोन थेरेपी सुरक्षित?
     हां, टेस्टोस्टेरोन थेरेपी सुरक्षित है यदि डॉक्टर की सलाह से लें और नियमित लेवल चेक करें। 2025 में, CK Birla Hospitals के अनुसार, यह लो लिबिडो के 60% मामलों में प्रभावी है, लेकिन प्रोस्टेट कैंसर का जोखिम चेक जरूरी। थेरेपी जेल, इंजेक्शन या पैच से होती है, और 3-6 महीने में असर दिखता है। साइड इफेक्ट जैसे एक्ने हो सकते हैं, इसलिए ब्लड टेस्ट कराएं। 2025 में, प्राकृतिक बूस्टर जैसे व्यायाम को प्राथमिकता दें।
     

  9. मोटापे से सेक्स समस्या?
     हां, मोटापा 4 प्रकार की सेक्स समस्याएं (ED, PE, लो लिबिडो, फर्टिलिटी) बढ़ाता है, क्योंकि यह टेस्टोस्टेरोन कम करता है। TheHealthSite के अनुसार, 2025 में व्यायाम से 40% सुधार होता है, और वजन कम करने से ED का जोखिम 30% घटता है। मोटापा हॉर्मोन असंतुलन लाता है, इसलिए डाइट कंट्रोल करें। यदि BMI 30 से ऊपर हो, तो डॉक्टर से मिलें—2025 में, बेरिएट्रिक सर्जरी से सेक्स स्वास्थ्य सुधरा है।
     

  10. ED के लिए होम रेमेडी?
     ED के लिए होम रेमेडी जैसे योग, डाइट, और व्यायाम काम करते हैं, लेकिन डॉक्टर से चेक कराएं। DNS Ayurveda के अनुसार, योग से रक्त प्रवाह बढ़ता है और ED में 50% सुधार होता है। अनार या बादाम जैसे फल मदद करते हैं, लेकिन ये दवाओं का विकल्प नहीं। 2025 में, होम रेमेडी से 30% मामलों में सुधार, लेकिन गंभीर ED में डॉक्टर की जरूरत।
     

  11. 2025 में नए इलाज?
     2025 में नए इलाज जैसे रेडियोफ्रीक्वेंसी थेरेपी और हॉर्मोन थेरेपी 80% प्रभावी हैं। Medtalks के अनुसार, रेडियोफ्रीक्वेंसी Peyronie's में कर्व कम करती है, और टेलीमेडिसिन से ED थेरैपी आसान हो गई है। स्टेम सेल थेरेपी भी नई है, जो रक्त वाहिकाएं सुधारती है। डॉक्टर से पूछें, क्योंकि ये सुरक्षित लेकिन महंगे हैं।
     

  12. PE का घरेलू इलाज?
     PE का घरेलू इलाज पेल्विक एक्सरसाइज से होता है, जो 70% सुधार लाती है। MensXP के अनुसार, Kegel एक्सरसाइज मांसपेशियों को मजबूत करती हैं और स्खलन कंट्रोल बढ़ाती हैं—रोज 10 मिनट से शुरू करें। "स्टॉप-स्टार्ट" तकनीक भी काम करती है। यदि सुधार न हो, तो डॉक्टर से मिलें—2025 में, ये एक्सरसाइज ऐप्स से आसान हो गई हैं।
     

  13. उम्र से ED?
     हां, उम्र से ED का जोखिम बढ़ता है, लेकिन लाइफस्टाइल चेंज से 70% रोकथाम संभव है। Navbharat Times के अनुसार, 2025 में 70 वर्ष के 70% पुरुष प्रभावित हैं, लेकिन व्यायाम और डाइट से सुधार होता है। हॉर्मोन कम होने से होता है, इसलिए टेस्ट चेक करें। 40 वर्ष से ऊपर नियमित जांच से रोकें।
     

  14. STI और सेक्स समस्या?
     हां, STI जैसे गोनोरिया ED या दर्द का कारण बनते हैं, लेकिन इलाज से सुधार होता है। Metropolis India के अनुसार, 2025 में STI टेस्टिंग बढ़ी है, और एंटीबायोटिक्स से 90% STI ठीक हो जाते हैं। कंडोम से रोकें, और यदि संकेत हो तो टेस्ट कराएं—अनट्रिटेड STI से सेक्स फंक्शन कम होता है। डॉक्टर से मिलें यदि डिस्चार्ज या दर्द हो।
     

  15. रिलेशनशिप पर प्रभाव?
     सेक्स समस्याएं रिलेशनशिप पर बुरा प्रभाव डालती हैं, जैसे दूरी या झगड़े, लेकिन थेरैपी से हल होता है। WebMD के अनुसार, 2025 में काउंसलिंग से 60% जोड़ों में सुधार हुआ है। पार्टनर से बात करें और थेरैपी लें—समस्या साझा करने से विश्वास बढ़ता है। 2025 में, ऑनलाइन काउंसलिंग लोकप्रिय है।
     

संसाधन (Resources)

 

निष्कर्ष (Conclusion)

पुरुषों में सेक्स समस्याएं आम हैं, लेकिन 2025 में इलाज आसान और प्रभावी है। Navbharat Times के अनुसार, लाइफस्टाइल चेंज जैसे व्यायाम, डाइट, और तनाव कम करने से 70% समस्याएं रोकी जा सकती हैं, और दवाओं या थेरैपी से 80% सुधार होता है। शर्म न करें—जल्दी डॉक्टर से मदद लें, क्योंकि ये समस्याएं हृदय रोग या डिप्रेशन जैसे बड़े मुद्दों का संकेत हो सकती हैं। 2025 में, टेलीमेडिसिन और नए इलाज जैसे रेडियोफ्रीक्वेंसी थेरेपी से पुरुषों का सेक्स स्वास्थ्य बेहतर हो रहा है। स्वस्थ जीवन अपनाएं, नियमित चेकअप कराएं, और सेक्स को तनाव-मुक्त रखें—यह आपके रिलेशनशिप और खुशी के लिए जरूरी है। यदि लक्षण दिखें, तो आज ही सलाह लें।
 
 

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Gynecologist & IVF Specialist | 18+ Years Experience | 1,000+ Successful Live Births

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