प्रेगनेंसी में स्पर्म अंदर जाने से क्या होता है | Pregnancy Intercourse Safety | Sperm Effects During Pregnancy
गर्भावस्था एक ऐसा समय है जब महिला के शरीर में कई तरह के शारीरिक और हार्मोनल बदलाव होते हैं। इस दौरान सबसे अधिक पूछे जाने वाले सवालों में से एक है—
“प्रेगनेंसी में स्पर्म अंदर जाने से क्या होता है?”
क्या यह सुरक्षित है?
क्या इससे गर्भ में पल रहे बच्चे पर कोई असर पड़ता है?
क्या प्रेगनेंसी में स्पर्म जाने से लेबर जल्दी आ सकता है?
इन्हीं सभी सवालों के वैज्ञानिक और सरल उत्तर आपको इस पूरे लेख में मिलेंगे।
कई बार प्रेगनेंसी में स्पर्म अंदर जाने के बाद भी गर्भ ठहरने में समस्या स्पर्म क्वालिटी या हेल्थ कारणों से हो सकती है। यदि लंबे समय तक प्रयास के बाद भी प्रेगनेंसी न हो, तो सरोगेसी एक सुरक्षित विकल्प बन सकता है। ऐसे में भारत में सरोगेसी लागत और बैंगलोर सरोगेसी कीमत जानना उपयोगी होता है।
प्रेगनेंसी में स्पर्म अंदर जाने से क्या होता है?
गर्भावस्था के दौरान यदि पति-पत्नी सहवास करते हैं और स्पर्म (वीर्य) अंदर जाता है, तो सामान्य तौर पर:
1 बच्चे को कोई नुकसान नहीं होता
बच्चा एमनियोटिक सैक (Amniotic Sac) और मजबूत गर्भाशय की दीवारों से पूरी तरह सुरक्षित रहता है। स्पर्म बच्चे के संपर्क में नहीं आता।
2 गर्भाशय का मुँह एक म्यूकस प्लग से बंद रहता है
Cervical Mucus Plug एक जैली जैसा प्राकृतिक सील होता है जो किसी भी बैक्टीरिया या स्पर्म को गर्भाशय के अंदर प्रवेश नहीं करने देता।
3 स्पर्म का असर केवल गर्भवती महिला के शरीर पर होता है, भ्रूण पर नहीं
स्पर्म का कोई नुकसानदायक प्रभाव बेबी पर नहीं पड़ता।
4 लेबर को स्टिम्युलेट कर सकता है (अंतिम महीनों में)
स्पर्म में मौजूद Prostaglandins नामक तत्व गर्भाशय के मुँह को नरम (cervical ripening) बना सकते हैं, जिससे डिलीवरी नजदीक होने पर लेबर ट्रिगर हो सकता है।
इसलिए कई बार डॉक्टर full-term pregnancy में इसे लेबर इंड्यूस करने के एक नेचुरल तरीके के रूप में भी बताते हैं।
प्रेगनेंसी में स्पर्म जाने से बेबी को कैसे सुरक्षित रखा जाता है?
बहुत सी महिलाएँ डरती हैं कि स्पर्म अंदर जाने से बच्चा दब न जाए या किसी तरह का infection न हो जाए। ऐसा बिल्कुल नहीं होता।
1 एमनियोटिक फ्लुइड सुरक्षा कवच बनाता है
बच्चा पानी भरी थैली में होता है, जिसमें बाहरी किसी भी पदार्थ का असर नहीं पड़ता।
2 म्यूकस प्लग बैरियर की तरह काम करता है
यह स्पर्म, बैक्टीरिया और कीटाणुओं को गर्भाशय तक पहुँचने से रोकता है।
3 गर्भाशय मजबूत मांसपेशियों से घिरा होता है
जिससे बच्चे पर कोई दबाव या चोट नहीं पहुँच सकती।
प्रेगनेंसी में सेक्स करना सुरक्षित है या नहीं?
अधिकतर मामलों में प्रेगनेंसी में सेक्स करना पूरी तरह सुरक्षित माना जाता है, बशर्ते गर्भावस्था सामान्य हो और डॉक्टर ने किसी तरह की रोक न लगाई हो।
सेक्स सुरक्षित है यदि:
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प्रेगनेंसी हेल्दी हो और कोई जटिलता न हो।
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प्लेसेंटा लो-लाइंग न हो (Placenta Previa न हो)।
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प्री-टर्म लेबर या समय से पहले दर्द शुरू होने का जोखिम न हो।
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ब्लीडिंग, पानी का रिसाव या तेज पेट दर्द जैसी समस्या न हो।
यदि डॉक्टर ने विशेष सावधानी की सलाह दी है, तो ऐसे में सेक्स करने से बचना बेहतर होता है।
प्रेगनेंसी में स्पर्म का बच्चे पर क्या असर पड़ता है?
वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो, स्पर्म का गर्भ में पल रहे बच्चे पर कोई सीधा असर नहीं पड़ता। स्पर्म गर्भाशय तक तो पहुँचता है, लेकिन एमनियोटिक सैक और म्यूकस प्लग बच्चे की सुरक्षा करते हैं। इसलिए:
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बच्चे का विकास सामान्य रूप से होता है
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कोई संक्रमण या बीमारी फैलती नहीं
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शारीरिक नुकसान का खतरा नहीं रहता
क्या प्रेगनेंसी में स्पर्म जाने से गर्भपात हो सकता है?
बहुत से लोग सोचते हैं कि गर्भावस्था में सेक्स या स्पर्म गर्भपात (miscarriage) का कारण बन सकता है। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से यह गलत है। सामान्य, स्वस्थ प्रेगनेंसी में सेक्स और स्पर्म से मिसकैरेज नहीं होता। बच्चे की सुरक्षा गर्भाशय की मजबूत मांसपेशियों, एमनियोटिक फ्लुइड और म्यूकस प्लग की वजह से सुनिश्चित होती है।
गर्भपात के आम कारण अक्सर ये होते हैं:
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जेनेटिक समस्याएँ: भ्रूण में प्राकृतिक असामान्यताएँ
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हार्मोनल असंतुलन: प्रोजेस्टेरोन या अन्य हार्मोन का कम होना
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गर्भाशय की कमजोरी: गर्भ को पूरी तरह से समर्थन न देना
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संक्रमण: बैक्टीरिया या वायरस के कारण
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लाइफस्टाइल फैक्टर: धूम्रपान, शराब या अत्यधिक तनाव
इसलिए, स्पर्म या सामान्य intercourse गर्भपात का कारण नहीं होते। यदि गर्भावस्था हाई-रिस्क हो या पहले से कोई जटिलता रही हो, तब डॉक्टर की सलाह के अनुसार ही सेक्स करना सुरक्षित माना जाता है।
प्रेगनेंसी में स्पर्म जाने के फायदे
1. लेबर को प्राकृतिक रूप से स्टिम्युलेट कर सकता है
स्पर्म में मौजूद Prostaglandins गर्भाशय के मुँह (cervix) को नरम (cervical ripening) करने में मदद करते हैं, जिससे डिलीवरी के लिए शरीर तैयार होता है।
2. महिला के शरीर को Oxytocin रिलीज़ करने में मदद मिलती है
Oxytocin = “Feel Good & Labor Hormone” यह हार्मोन गर्भाशय की contractions को बढ़ाकर डिलीवरी को आसान बनाने में सहायक होता है।
3. पार्टनर बॉन्डिंग और तनाव कम होना
गर्भावस्था के दौरान भावनात्मक जुड़ाव (emotional bonding) महत्वपूर्ण होता है। सेक्स और स्पर्म के जरिए पार्टनर्स के बीच नज़दीकियाँ बढ़ती हैं और तनाव कम होता है।
4. नींद और मूड में सुधार
सेक्स के दौरान एंडोर्फिन और सेरोटोनिन हार्मोन्स रिलीज़ होते हैं, जो नींद बेहतर बनाने और मूड को संतुलित रखने में मदद करते हैं।
5. रक्त परिसंचरण में सुधार
सेक्स के दौरान शरीर में ब्लड फ्लो बढ़ता है, जिससे गर्भवती महिला के अंगों में ऑक्सीजन और पोषक तत्वों की आपूर्ति बेहतर होती है।
प्रेगनेंसी में स्पर्म जाने से क्या नुकसान हो सकता है?
अधिकतर प्रेगनेंसी में सेक्स और स्पर्म सुरक्षित होते हैं, लेकिन कुछ विशेष परिस्थितियों में सावधानी बरतना जरूरी है:
1 बार-बार कॉन्ट्रैक्शन या प्री-टर्म लेबर का जोखिम
तीसरे ट्राइमेस्टर में यदि पहले से गर्भाशय में सिकुड़न (contractions) हो रही हों, तो सेक्स लेबर को जल्दी शुरू कर सकता है।
2 प्लेसेंटा प्रिविया (Placenta Previa)
अगर प्लेसेंटा गर्भाशय के नीचे की ओर स्थित है, तो सेक्स करने से ब्लीडिंग का खतरा बढ़ सकता है।
3 ब्लीडिंग या स्पॉटिंग
कभी-कभी सेक्स के बाद हल्की ब्लीडिंग हो सकती है। लेकिन अगर लगातार या अधिक मात्रा में खून आ रहा हो, तो यह सावधानी का संकेत है।
4 सक्रिय इन्फेक्शन (Active Infection)
यदि पार्टनर में STI/STD हो, तो संक्रमण फैलने का खतरा रहता है।
ऐसी किसी भी स्थिति में डॉक्टर की सलाह लेना बेहद जरूरी है। सेक्स करने से पहले अपनी और बच्चे की सुरक्षा सुनिश्चित करें।
प्रेगनेंसी में स्पर्म जाने से लेबर कैसे शुरू होता है?
जब प्रेगनेंसी 37–40 हफ्ते के बीच पहुँचती है, तब स्पर्म में मौजूद कुछ तत्व लेबर शुरू करने में मदद कर सकते हैं:
Prostaglandins
स्पर्म में पाए जाने वाले प्रॉस्टाग्लैंडिंस गर्भाशय के मुँह (cervix) को नरम (ripen) करते हैं, जिससे डिलीवरी के लिए तैयारी शुरू होती है।
Oxytocin Release
सेक्स और स्पर्म के कारण महिला के शरीर में ऑक्सिटोसिन हार्मोन रिलीज़ होता है, जो गर्भाशय में हल्के या नियमित contractions उत्पन्न कर सकता है और प्रसव को ट्रिगर कर सकता है।
प्रेगनेंसी में सेक्स कैसे करें?
गर्भावस्था के दौरान सेक्स करते समय कुछ सावधानियाँ अपनाना जरूरी है ताकि महिला और बच्चे दोनों सुरक्षित रहें:
1. आरामदायक पोज़िशन चुनें
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Side-lying: दोनों एक तरफ लेटकर सेक्स करें, पेट पर दबाव नहीं पड़ता।
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Woman on top: महिला ऊपर होकर खुद पोज़िशन नियंत्रित कर सकती है।
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Spoon position: पीछे से सेक्स, पेट पर दबाव नहीं पड़ता और आरामदायक होता है।
2. ज्यादा प्रेशर न डालें- गर्भावस्था में पेट और पेट की मांसपेशियाँ नाजुक होती हैं, इसलिए हल्का और आरामदायक सेक्स करें।
3. अगर दर्द या असुविधा हो तो रुक जाएँ- सेक्स हमेशा आरामदायक होना चाहिए। किसी भी दर्द या ब्लीडिंग होने पर तुरंत रुकें और जरूरत हो तो डॉक्टर से सलाह लें।
4. ल्यूब्रिकेशन का उपयोग करें- गर्भावस्था में हार्मोनल बदलाव के कारण योनि सूखापन आम हो सकता है। सुरक्षित ल्यूब्रिकेंट का उपयोग आराम बढ़ाता है और चोट या असुविधा से बचाता है।
प्रेगनेंसी में सेक्स कब नहीं करना चाहिए?
हालांकि अधिकांश गर्भावस्थाओं में सेक्स सुरक्षित होता है, लेकिन कुछ स्थितियों में सावधानी बेहद जरूरी है। इन परिस्थितियों में सेक्स से बचना चाहिए:
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लो-लाइंग प्लेसेंटा (Placenta Previa): प्लेसेंटा गर्भाशय के निचले हिस्से में होने पर ब्लीडिंग का जोखिम बढ़ जाता है।
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बार-बार खून आना: हल्की या लगातार ब्लीडिंग होने पर सेक्स खतरनाक हो सकता है।
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बहुत ज्यादा दर्द: पेट या पीठ में तेज दर्द के दौरान सेक्स नहीं करना चाहिए।
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हाई-रिस्क प्रेगनेंसी: जैसे कि प्री-टर्म लेबर का इतिहास, गर्भाशय की कमजोरी या कोई गंभीर जटिलता।
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Water leak: अमनियोटिक फ्लुइड का रिसाव होने पर सेक्स से संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है।
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सक्रिय इन्फेक्शन (STI/STD): संक्रमण फैलने का जोखिम रहता है।
कभी-कभी प्रेगनेंसी में स्पर्म अंदर जाने के बावजूद गर्भ ठहरने में समस्या हो सकती है, जो स्पर्म क्वालिटी या फर्टिलिटी से जुड़ी हो सकती है। ऐसी स्थिति में IVF (इन विट्रो फर्टिलाइजेशन) एक प्रभावी विकल्प हो सकता है। सही क्लिनिक चुनते समय दिल्ली में IVF की लागत और रांची में IVF की लागत जानना मददगार रहता है।
क्या प्रेगनेंसी में स्पर्म अंदर जाने से Infection होता है?
सामान्य, स्वस्थ प्रेगनेंसी में यदि पार्टनर स्वस्थ है और कोई यौन-संक्रमण (STI/STD) नहीं है, तो स्पर्म से इंफेक्शन का खतरा नहीं होता। हालांकि, अगर पुरुष में कोई इन्फेक्शन मौजूद है, तो वह महिला तक फैल सकता है। इसलिए गर्भावस्था के दौरान दोनों पार्टनर्स की स्वच्छता और स्वास्थ्य का ध्यान रखना बहुत जरूरी है।
प्रेगनेंसी में स्पर्म अंदर जाने से बच्चे का लिंग बदलता है?
यह एक आम भ्रांत (myth) है कि स्पर्म जाने या न जाने से बच्चे का लिंग, रंग या विकास प्रभावित हो सकता है।
सच्चाई:
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बच्चे का लिंग पहले ही जैनेटिक रूप से तय हो जाता है।
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बच्चे का रंग या दिमाग का विकास स्पर्म के गर्भ में जाने या न जाने से प्रभावित नहीं होता।
इसलिए, इस प्रकार की मान्यताएँ वैज्ञानिक रूप से पूरी तरह गलत हैं। स्पर्म के गर्भ में जाने का बच्चा पर कोई असर नहीं होता।
क्या प्रेगनेंसी में स्पर्म जाने से दर्द होता है?
गर्भावस्था के दौरान कई महिलाओं को सेक्स के दौरान हल्का दर्द या असुविधा महसूस हो सकती है। इसके सामान्य कारण हैं:
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योनि सूखापन
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हार्मोनल बदलाव
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पेट पर बढ़ा दबाव
यह आम तौर पर सामान्य है और अस्थायी होता है। लेकिन यदि लगातार दर्द, तीव्र असुविधा या ब्लीडिंग हो रही हो, तो तुरंत चिकित्सक से सलाह लेना जरूरी है।
Sources:
निष्कर्ष:
सामान्य प्रेगनेंसी में स्पर्म का गर्भ में जाना पूरी तरह सुरक्षित माना जाता है और इससे बच्चे को कोई नुकसान नहीं पहुँचता। वास्तव में, स्पर्म में मौजूद Prostaglandins लेबर को प्राकृतिक रूप से स्टिम्युलेट करने में मदद कर सकते हैं। हालांकि, यदि गर्भावस्था में लो-लाइंग प्लेसेंटा, ब्लीडिंग या हाई-रिस्क स्थिति जैसी जटिलताएँ हों, तो सेक्स और स्पर्म के संबंध में सावधानी बरतना जरूरी है।
इसलिए हमेशा किसी भी निर्णय से पहले डॉक्टर की सलाह लेना सबसे सुरक्षित तरीका है, जिससे मां और बच्चे दोनों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
1. मुझे कैसे पता चलेगा कि स्पर्म मेरे अंदर चला गया है?
आमतौर पर आपको कोई विशेष महसूस नहीं होता; संबंध के बाद सफेद तरल बाहर निकलना सामान्य है।
स्रोत: https://www.plannedparenthood.org/learn/sex-pleasure-and-sexual-dysfunction/ejaculation
2. अगर गर्भावस्था के दौरान शुक्राणु अंदर चला जाए तो क्या होगा?
कुछ नहीं — स्वस्थ प्रेगनेंसी में यह सुरक्षित है और बच्चे को कोई नुकसान नहीं होता।
स्रोत: https://www.acog.org/womens-health/experts-and-stories/ask-acog/is-it-safe-to-have-sex-during-pregnancy
3. प्रेग्नेंट होने के बाद कितने महीने तक संबंध बना सकते हैं?
पूरी प्रेगनेंसी (9 महीने) तक कर सकते हैं, यदि डॉक्टर ने मना न किया हो।
स्रोत: https://www.nhs.uk/pregnancy/keeping-well/sex
4. अगर मैं अपनी उंगलियों से स्पर्म अंदर डालूँ तो क्या मैं प्रेगनेंट हो सकती हूँ?
हाँ, यदि स्पर्म ताज़ा हो और fertile days में डाला जाए तो गर्भधारण संभव है।
स्रोत: https://my.clevelandclinic.org/health/articles/21659-sperm
5. पुरुष का स्पर्म पीने से क्या होता है?
स्पर्म पीने से प्रेगनेंसी नहीं होती; सामान्यतः सुरक्षित है लेकिन STI का जोखिम हो सकता है।
स्रोत: https://www.cdc.gov/std/default.htm
6. Pregnancy me sperm andar chala jaye to kya kare?
सामान्य प्रेगनेंसी में कुछ भी करने की आवश्यकता नहीं; जोखिम केवल हाई-रिस्क केस में होता है।
स्रोत: https://www.mayoclinic.org/healthy-lifestyle/pregnancy-week-by-week/in-depth/sex-during-pregnancy/art-20045318
7. गर्भावस्था में सेक्स करने से बच्चे पर क्या प्रभाव पड़ता है?
कोई नुकसान नहीं होता — बच्चा अम्नियोटिक फ्लूड और म्यूकस प्लग से सुरक्षित है।
स्रोत: https://www.acog.org/womens-health/experts-and-stories/ask-acog/is-it-safe-to-have-sex-during-pregnancy
8. Pregnancy me sperm andar jana chahiye ya nahi?
सामान्य प्रेगनेंसी में सुरक्षित है; डॉक्टर ने मना किया हो तो Avoid।
स्रोत: https://www.nhs.uk/pregnancy/keeping-well/sex
9. प्रेगनेंसी में पति से कब दूर रहना चाहिए?
यदि bleeding, pain, water leak, placenta previa या STI हो तो सेक्स न करें।
स्रोत: https://www.mayoclinic.org/healthy-lifestyle/pregnancy-week-by-week/in-depth/sex-during-pregnancy/art-20045318
10. डेली स्पर्म गिरने से क्या होता है?
स्वास्थ्य पर कोई बुरा प्रभाव नहीं; यह सामान्य शारीरिक प्रक्रिया है।
स्रोत: https://www.clevelandclinicabudhabi.ae/en/health-hub/health-resource/men/facts-about-masturbation
11. शुक्राणु को अंडे तक पहुँचने में कितना समय लगता है?
स्पर्म 15–45 मिनट में अंडे तक पहुँच सकता है।
स्रोत: https://www.ncbi.nlm.nih.gov/books/NBK279022
12. Sperm andar jane ke baad pregnancy kaise roke?
असुरक्षित संबंध के 72 घंटे के भीतर Emergency Pill (EC) ली जा सकती है।
स्रोत: https://www.who.int/news-room/fact-sheets/detail/emergency-contraception
13. अगर गलती से स्पर्म अंदर चला जाए तो क्या करें?
यदि गर्भ नहीं चाहिए तो 72 घंटे के भीतर आपातकालीन गर्भनिरोधक लें।
स्रोत: https://www.who.int/news-room/fact-sheets/detail/emergency-contraception
14. प्रेगनेंसी के लिए स्पर्म कितना अंदर जाना चाहिए?
सिर्फ योनि में होना पर्याप्त है; गहराई मायने नहीं रखती।
स्रोत: https://my.clevelandclinic.org/health/articles/21659-sperm
15. फिंगर से प्रेगनेंसी कैसे चेक करें?
घर पर प्रेगनेंसी की पुष्टि सिर्फ Pregnancy Test Kit से होती है, फिंगर से नहीं।
स्रोत: https://www.who.int/news-room/fact-sheets/detail/infertility
16. पीरियड के कितने दिन तक बच्चेदानी का मुँह खुला रहता है?
पीरियड के दौरान 2–3 दिन cervix थोड़ा खुला रहता है।
स्रोत: https://www.ncbi.nlm.nih.gov/books/NBK532910
17. गर्भावस्था के 10 खतरे के संकेत क्या हैं?
तेज ब्लीडिंग, पानी रिसना, कम मूवमेंट, तेज दर्द, तेज बुखार आदि।
स्रोत: https://www.who.int/publications/i/item/WHO-MCA-Integrated-Care-Pregnancy
18. प्रेगनेंसी कब फील होती है?
ज्यादातर महिलाएँ 5–6 सप्ताह पर Symptoms महसूस करना शुरू करती हैं।
स्रोत: https://www.acog.org/womens-health/faqs/how-your-fetus-grows-during-pregnancy
19. प्रेगनेंसी में 5-3-1 नियम क्या है?
Contractions हर 5 मिनट पर, 1–3 मिनट तक चलें, लगातार 1 घंटे तक रहें = Hospital जाएँ।
स्रोत: https://www.mayoclinic.org/healthy-lifestyle/labor-and-delivery/in-depth/stages-of-labor/art-20046545
20. 100% प्रेगनेंसी कन्फर्म कैसे करें?
सबसे सटीक तरीका — Blood hCG Test + Ultrasound।
स्रोत: https://www.ncbi.nlm.nih.gov/books/NBK532279
21. गर्भ कब नहीं ठहरता है?
अनियमित ओव्यूलेशन, कम स्पर्म क्वालिटी, हार्मोनल असंतुलन आदि कारण हो सकते हैं।
स्रोत: https://www.who.int/news-room/fact-sheets/detail/infertility
22. पीरियड मिस होने के 5 दिन बाद भी टेस्ट नेगेटिव आए तो क्या समझें?
शायद hCG कम हो; 48–72 घंटे बाद टेस्ट दोहराएँ।
स्रोत: https://www.acog.org/womens-health/faqs/early-pregnancy-loss
23. पुत्र प्राप्ति के लिए कौन सा पक्ष सही है?
वैज्ञानिक रूप से लिंग चयन संभव नहीं; यह भ्रूण के XY/XX पर निर्भर करता है।
स्रोत: https://www.cdc.gov/ncbddd/birthdefects/saving-babies
24. प्रेग्नेंट होने पर सबसे पहला फीलिंग क्या होता है?
थकान, हल्की मितली, स्तनों में भारीपन आम शुरुआती लक्षण हैं।
स्रोत: https://www.acog.org/womens-health/faqs/how-your-fetus-grows-during-pregnancy
25. गर्भ ठहरने के कितने दिन बाद उल्टी होती है?
आमतौर पर 5–6 सप्ताह से मितली/उल्टी शुरू होती है।
स्रोत: https://www.nhs.uk/pregnancy/related-conditions/common-symptoms/nausea-and-vomiting-in-pregnancy
26. प्रेगनेंसी में स्पर्म जाने से क्या इंफेक्शन बढ़ता है?
यदि पार्टनर को STI/STD नहीं है तो कोई जोखिम नहीं; संक्रमण केवल संक्रमित पार्टनर से फैलता है।
स्रोत: https://www.cdc.gov/std/default.htm
27. क्या प्रेगनेंसी में कंडोम इस्तेमाल करना चाहिए?
यदि संक्रमण का जोखिम हो, पार्टनर नया हो या डॉक्टर ने सलाह दी हो तो कंडोम ज़रूर इस्तेमाल करें।
स्रोत: https://www.nhs.uk/pregnancy/keeping-well/sex
28. क्या प्रेगनेंसी में सेक्स से प्री-टर्म लेबर हो सकता है?
सामान्य गर्भावस्था में नहीं, लेकिन हाई-रिस्क प्रेगनेंसी में संभव है इसलिए डॉक्टर से पूछना जरूरी है।
स्रोत: https://www.acog.org/womens-health/faqs/preterm-labor-and-birth
29. क्या गर्भावस्था में ऑर्गैज़्म से बच्चे को नुकसान होता है?
नहीं, ऑर्गैज़्म सुरक्षित है; हल्के-फुल्के contractions सामान्य हैं।
स्रोत: https://www.mayoclinic.org/healthy-lifestyle/pregnancy-week-by-week/in-depth/sex-during-pregnancy/art-20045318
30. क्या प्रेगनेंसी में बार-बार सेक्स करने से पानी की थैली (water bag) फट सकती है?
नहीं, अम्नियोटिक sac मज़बूत होती है और सामान्य सेक्स से नहीं फटती।
स्रोत: https://www.acog.org/womens-health/faqs/premature-rupture-of-membranes