
गर्भ में लड़का किस साइड रहता है: दाएं या बाएं?
जब कोई महिला गर्भवती होती है, तो परिवार और आसपास के लोग अक्सर अंदाजे लगाने लगते हैं कि पेट में लड़का है या लड़की। इन अंदाजों में एक आम धारणा है कि अगर भ्रूण (baby) गर्भ में दाईं तरफ है, तो लड़का हो सकता है, और अगर बाईं तरफ है, तो लड़की। लेकिन क्या इस बात में कोई सच्चाई है?
इस ब्लॉग में हम जानेंगे कि इस धारणा का वैज्ञानिक आधार है या नहीं, और इससे जुड़ी कुछ प्रचलित मान्यताओं और तथ्यों पर भी बात करेंगे।
गर्भ में लड़का किस साइड रहता है? – प्रचलित मान्यता
भारत सहित कई देशों में यह माना जाता है कि:- अगर भ्रूण गर्भाशय के दाईं तरफ हो → लड़का होने की संभावना मानी जाती है
- अगर भ्रूण बाईं तरफ हो → लड़की होने की संभावना बताई जाती है
क्या इसका कोई वैज्ञानिक आधार है?
नहीं। गर्भ में भ्रूण का दाएं या बाएं होना बच्चे के लिंग (gender) से कोई संबंध नहीं रखता। भ्रूण किस तरफ रहेगा, यह कई कारकों पर निर्भर करता है जैसे:- माँ के गर्भाशय की बनावट
- भ्रूण की पोजिशन
- गर्भ की अवधि (gestational age)
- माँ के लेटने, बैठने, और चलने के तरीके
भ्रूण की साइड से जुड़े अन्य विश्वास
- कुछ लोग कहते हैं कि अगर पेट नुकीला है, तो लड़का होगा, और अगर पेट गोल है, तो लड़की।
- कुछ मानते हैं कि अगर माँ को मीठा खाने का मन ज़्यादा होता है, तो लड़की होती है, और अगर तीखा या खट्टा पसंद आता है, तो लड़का।