🏆 11+ Years Experience ⭐ 750+ 5 Star Google Reviews 🎯 6000+ IVF Success 🏅 India's Most Trusted Healthcare Awards 🌍 Internationally Trained Expert 🏆 Asia's Greatest Brand & Leader Awards 🏅 Patient’s Recommended Doctor by Vinsfertility Awards 💳 EMI Option Available
अस्थेनोस्पर्मिया (Asthenospermia): कारण, लक्षण, और उपचार

अस्थेनोस्पर्मिया (Asthenospermia): कारण, लक्षण, और उपचार

Gynecologist & IVF Specialist, Vinsfertility Hospital 18+ Years Experience • 1,000+ Successful Live Births

पुरुषों में प्रजनन संबंधी समस्याओं का एक बड़ा कारण अस्थेनोस्पर्मिया होता है। यह स्थिति तब होती है जब शुक्राणुओं की गति (motility) सामान्य से कम हो जाती है। गतिशीलता की कमी के कारण शुक्राणु अंडाणु तक नहीं पहुँच पाते, जिससे निषेचन की प्रक्रिया में बाधा उत्पन्न होती है। यह पुरुष बांझपन का एक प्रमुख कारण बन सकता है।

अस्थेनोस्पर्मिया क्या है?

अस्थेनोस्पर्मिया, जिसे "Low Sperm Motility" भी कहा जाता है, में पुरुष के शुक्राणु पर्याप्त रूप से गतिशील नहीं होते। सामान्यतः 40 प्रतिशत से अधिक शुक्राणु गतिशील होने चाहिए, लेकिन जब यह संख्या 32 प्रतिशत से कम हो जाती है, तब यह अस्थेनोस्पर्मिया की स्थिति मानी जाती है।

गतिशील शुक्राणु का कार्य होता है अंडाणु तक पहुँचकर उसे निषेचित करना, लेकिन यदि उनकी गति धीमी या अनियमित हो तो गर्भधारण की संभावना बहुत कम हो जाती है।

अस्थेनोस्पर्मिया के कारण

  1. वैरिकोसेल – अंडकोष की नसों में सूजन

  2. अत्यधिक गर्मी – गर्म पानी से नहाना, तंग कपड़े पहनना, लैपटॉप को लंबे समय तक गोद में रखना

  3. धूम्रपान और शराब का सेवन – शुक्राणुओं की गुणवत्ता और गति दोनों पर विपरीत प्रभाव डालता है

  4. संक्रमण या सूजन – जैसे कि एपिडिडिमाइटिस या प्रोस्ट्रेटाइटिस

  5. हार्मोनल असंतुलन – जैसे टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम होना

  6. तनाव और खराब जीवनशैली – नींद की कमी, व्यायाम की कमी, अस्वस्थ आहार

  7. दवाओं का दुष्प्रभाव – कुछ दवाएं शुक्राणुओं की गतिशीलता पर असर डालती हैं

लक्षण

अस्थेनोस्पर्मिया का कोई विशेष लक्षण नहीं होता। यह समस्या अक्सर तब सामने आती है जब कोई जोड़ा लंबे समय से गर्भधारण का प्रयास कर रहा होता है और सफलता नहीं मिलती। केवल सीमन एनालिसिस टेस्ट द्वारा ही इसकी पुष्टि की जा सकती है।

उपचार के तरीके

1. जीवनशैली में सुधार

  • संतुलित और पौष्टिक आहार

  • व्यायाम और तनाव प्रबंधन

  • धूम्रपान और शराब से दूरी

  • गर्मी से बचाव

2. सप्लीमेंट और दवाएं

Coenzyme Q10, L-Carnitine, Zinc जैसे सप्लीमेंट्स शुक्राणु की गति को बढ़ाने में सहायक होते हैं।

3. हार्मोनल उपचार

यदि समस्या हार्मोनल असंतुलन के कारण है, तो डॉक्टर उचित हार्मोनल ट्रीटमेंट देते हैं।

4. सहायक प्रजनन तकनीक (ART)

  • IUI (Intrauterine Insemination)

  • IVF (In Vitro Fertilization)

  • ICSI (Intracytoplasmic Sperm Injection)
    इन तकनीकों से गर्भधारण संभव बनाया जा सकता है।

बचाव के उपाय

  • तनाव मुक्त जीवनशैली अपनाएं

  • नियमित व्यायाम करें

  • गर्म पानी, गोद में लैपटॉप रखने और तंग कपड़े पहनने से बचें

  • संतुलित आहार लें और नींद पूरी करें

  • धूम्रपान, शराब और ड्रग्स से दूर रहें

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

प्रश्न 1: अस्थेनोस्पर्मिया का निदान कैसे किया जाता है?
उत्तर: इसका पता सीमन एनालिसिस टेस्ट द्वारा लगाया जाता है, जिससे शुक्राणुओं की गति, संख्या और आकृति की जानकारी मिलती है।

प्रश्न 2: क्या अस्थेनोस्पर्मिया से पीड़ित पुरुष पिता बन सकते हैं?
उत्तर: हाँ, यदि समय पर इलाज शुरू किया जाए और जीवनशैली में बदलाव किया जाए, तो प्राकृतिक रूप से या सहायक तकनीकों द्वारा गर्भधारण संभव है।

प्रश्न 3: क्या यह स्थिति पूरी तरह से ठीक हो सकती है?
उत्तर: हल्के से मध्यम मामलों में यह स्थिति जीवनशैली में सुधार और सही इलाज से ठीक हो सकती है। गंभीर मामलों में IVF या ICSI जैसी तकनीकों की जरूरत हो सकती है।

प्रश्न 4: अस्थेनोस्पर्मिया का इलाज कितने समय में असर दिखाता है?
उत्तर: यह व्यक्ति की स्थिति पर निर्भर करता है। सामान्यतः 3–6 महीनों में सुधार देखा जा सकता है यदि उचित आहार, दवाएं और जीवनशैली अपनाई जाए।

प्रश्न 5: क्या आयुर्वेद या घरेलू उपचार से भी यह ठीक हो सकता है?
उत्तर: कुछ आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियाँ और घरेलू उपाय मदद कर सकते हैं, लेकिन उन्हें डॉक्टर की सलाह के साथ ही अपनाना चाहिए।

निष्कर्ष

अस्थेनोस्पर्मिया एक सामान्य लेकिन गंभीर समस्या है जो पुरुषों की प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर सकती है। हालांकि, समय पर पहचान, उचित इलाज और स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर इस पर काबू पाया जा सकता है। यदि आप गर्भधारण में कठिनाई का सामना कर रहे हैं, तो विशेषज्ञ की सलाह लें और आवश्यक कदम उठाएं। सही दिशा में उठाया गया एक कदम आपके पूरे जीवन को सकारात्मक रूप से बदल सकता है।

Portrait of Dr. Sunita Singh Rathour, Gynecologist and Fertility Expert

Gynecologist & IVF Specialist | 18+ Years Experience | 1,000+ Successful Live Births

Welcome to Dr. Sunita Singh Rathour — your destination for advanced surrogacy and reproductive healthcare. Based on the 5th Floor of Ayushman Hospital, Sector 10 Dwarka, New Delhi, our center boasts an impressive 80% success rate in fertility treatments.

  • ✅ End-to-end surrogacy programs
  • ✅ Fertility assessments and personalized consultations
  • ✅ Complete legal support for surrogacy agreements

We are committed to making your surrogacy journey smooth, supported, and stress-free.

New Notification!